अप्रैल में निवेशकों
ने म्युचुअल
फंड में 1.4 लाख
करोड़ रुपए का
निवेश किया। इस
प्रकार मार्च की तुलना
में अप्रैल में
9 फीसदी का इजाफा
दर्ज किया गया
है। इसके चलते
इंडस्ट्री की
एसेट अंडर मैनेजमेंट
(AUM) 23.25 लाख करोड़ रुपए हो
गई। देश में
इस वक्त
42 म्युचुअल फंड
कंपनियां हैं। इनकी
मार्च में AUM 21.36 लाख
करोड़ रुपए थी।
यह जानकारी एसोसिएशन
ऑफ म्युचुअल
फंड इन इंडिया
(Amfi) ने दी है।
जानकारों के अनुसार
इनवेस्टर्स को
जागरूक करने के
लिए चलाए जा
रहे अभियान का
इसमें काफी बड़ा
योगदान है। इसके
अलावा म्युचुअल
फंड कंपनियां भी
छोटे शहरों तक
जाकर अपनी योजनाएं
बेच रही हैं।
निवेशक
भी
इन्वेस्टमेंट
के
विकल्प
तलाश
रहे
इसके अलावा निवेशक भी
इन्वेस्टमेंट
के नए विकल्प तलाश
रहे हैं। इसके
चलते भी म्युचुअल फंड में
नया निवेश आ
रहा है। आजकल
निवेशक रियल स्टेट और
गोल्ड में
निवेश की जगह
फाइनेंशियल अासेट क्लास
की तरफ तेजी
से जा रहे
हैं।
SIP से
बढ़
रहा
निवेश
म्युचुअल फंड में
सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट
प्लान (SIP) भी
निवेशक को अच्छी च्वॉइस दे
रहा है। इसमें
निवेशक जितना चाहे उतना
निवेश सुरक्षित तरीके
से कर सकते
हैं। ऑनलाइन म्युचुअल फंड बेचने
वाली कंपनी Groww के
सीओओ हर्ष जैन
के अनुसार SIP माध्यम से
निवेश तेजी से
बढ़ रहा है।
मार्च में निकला
था
50 हजार
करोड़
रुपए
डाटा के अनुसार
जहां अप्रैल में
निवेशकों ने 1.4 लाख करोड़
रुपए का निवेश
किया है, वहीं
मार्च में 50752 करोड़
रुपए का निवेशकों
ने निकाला था।
इसका कारण बजट
में टैक्स
के नियम बदलने
को माना जा
रहा है। बजट
में सरकार ने
लॉग टर्म कैपिटल
गैन टैक्स
लगाया है।
डेट फंड में
आया
सबसे
ज्यादा
निवेश
अप्रैल में सबसे
ज्यादा निवेश
लिक्विड और मनी
मार्केट कैटेगरी में आया
है। लिक्विड फंड
और मार्केट कैटेगरी
में 1.16 लाख करोड़
रुपए का निवेश
आया है। वहीं
इक्विटी और टैक्स सेविंग
फंड में 11 हजार
करोड़ रुपए का
निवेश आया। इनकम
फंड में 5220 करोड़
रुपए आया। वहीं
गिल्ट फंड
से 436 करोड़ रुपए और
गोल्ड ETF से
54 करोड़ रुपए निकला।
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